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DHAMTARI :: डोमा में हुआ कृष्ण जन्म तो छाती में हुआ उनका विवाह...भगवान कृष्ण का जन्म जगत के कल्याण के लिए हुआ- आनंद पवार

 धमतरी अंचल के विभिन्न ग्रामों में इन दिनों भगवान श्री कृष्ण के यशगान श्रीमद्भागवत ज्ञान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है, इसी तारतम्य में ग्राम छाती में श्रद्धा सुमन महिला समूह द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में युवा नेता आनंद पवार ने अपनी उपस्थिति दी साथ ही जिला कांग्रेस कमिटी के सचिव विक्रांत पवार,युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष हितेश गंगवीर, कांग्रेस आईटी सेल जिला अध्यक्ष तुषार जैस ने भी अपनी उपस्थिति दी।जहाँ कथा वाचक पंडित राजू पाठक ने कंस वध और रूखमणी-कृष्ण विवाह के प्रसंग भक्तों की व्याख्या की,आयोजन समिति द्वारा श्री कृष्ण और रूखमणी विवाह को झांकी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।झांकी के पश्चात आनंद पवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे शास्त्रों में वर्णन है कि जब नारी का अपमान होता है तो बड़े से बड़ा साम्राज्य नष्ट हो जाता है और जहाँ नारी की पूजा की जाती है वहाँ देवताओं का वास होता है, महाभारत में हमें इसका प्रमाण देखने मिलता है कि कैसे पितामह भीष्म और गुरु द्रोण ने अपने सामने अपनी ही कुलवधू को अपमानित होते देखकर चुप्पी साधी थी और परिणाम स्वरूप अपने ही पौत्र और शिष्यों के हाथों उन्हें मृत्युदंड मिला।इसके बाद आनंद पवार ने व्यास पीठ का आशीर्वाद लेकर ग्राम डोमा के लिए प्रस्थान किया जहाँ महामल्ला परिवार द्वारा आयोजित  श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में अपनी उपस्थिति देकर कथा वाचक श्री हरिशरण दास वैष्णव (कनेरी वाले)के श्री मुख से भगवान श्री कृष्ण के जन्म का वर्णन सुना,उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण का जन्म किन परिस्थितियों में हुआ और कैसे वासुदेव और देवकी ने कंस से बचकर उन्हें यमुना नदी के पार गोकुल में नंदबाबा और यशोदा को सौंपा,गोकुल में कृष्ण जन्मोत्सव कैसे मनाया गया।उन्होंने अपने भजनों और वाचन शैली से कथा मंडप में ही ऐसा उत्साह भर दिया जी कृष्णजन्मोत्सव में गोकुल वासियों में रहा होगा,इसके बाद आरती की गई।







युवा नेता आनंद पवार भी इस उत्सव के साक्षी बने व्यासपीठ का आशीर्वाद लेकर उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण का जन्म एक दैवीय योजना के तहत हुआ था,उन्होंने जन्म लेते ही अपने जन्म देने वाले माता-पिता और पालन करने वाले माता-पिता सहित मथुरा और गोकुल को प्रभावित किया और उनकी आयु के साथ उनका यह प्रभाव भी बढ़ता गया,उन्होंने ना सिर्फ अपनी लीलाओं का माध्यम से सामान्य जनमानस को कई संदेश दिये, बल्कि अर्जुन को माध्यम बनाते हुए गीता जैसा महान ज्ञान समस्त संसार के कल्याण के लिये उपलब्ध करवाया। ग्राम छाती में श्रद्धा सुमन महिला समिति की रेणुका चंद्राकर,दानेश्वरी यादव,जानकी निषाद,हिमांशी चंद्राकर,ममता चंद्राकर,भारती चंद्राकर, रीतू साहू,जीतेश्वरी साहू,उर्मिला,हेमलता,सुमित्रा एवं ग्रामवासियों ने मिलकर कार्यक्रम को सफ़ल बनाया।वहीं डोमा में होरी ओझा,सनत साहू,हरीश निर्मलकर,अजय,यशवंत एवं अन्य युवाओं ने युवा नेता आनंद पवार को अपने बीच पाकर प्रसन्नता व्यक्त की।