नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है. भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक हासिल किया है. उन्होंने भारत को टोक्यो ओलंपिक में पहला स्वर्ण पदक दिलाया. इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 के ओलंपिक में भारत के लिए पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया था. बीजिंग ओलंपिक में पुरुषों की एयर राइफल स्पर्धा में जीत दर्ज की थी.
ओलंपिक के इतिहास में किसी भारतीय ने ट्रैक और फील्ड एथलेटिक्स में मेडल नहीं जीता है। नीरज ऐसे पहले खिलाड़ी बन गये हैं जो गोल्ड मेडल जीते हैं।
स्टार भाला फेंक (जैवलिन थ्रोअर) नीरज चोपड़ा ने आज फाइनल मुकाबले में धमाकेदार शुरुआत की. उन्होंने पहले प्रयास में 87.03 मीटर का थ्रो किया. दूसरे प्रयास में और शानदार थ्रो किया. उन्होंने 87.58 मीटर दूर भाला फेंका.इसके बाद लगातार टॉप पर रहने के कारण उन्हें थ्रो के तीन और मौके दिये गये हैं।
क्वालिफिकेशन राउंड में नीरज ने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो किया था और सीधे फाइनल में पहुंचे थे। नीरज चोपड़ा ने अपनी पहली ही कोशिश में पूल ए की लिस्ट में टॉप पोजिशन हासिल किया था। नीरज ने 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और वर्ल्ड जूनियर चैंपियन रहे हैं। वर्ल्ड नंबर 1 और विश्व चैंपियन जर्मनी के जोहानस वेटर (Johannes Vetter) ने 85.64 मीटर भाला फेंककर फाइनल में जगह बनाई थी। इसके अलावा पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी 85.16 मीटर भाला फेंककर ओलंपिक के फाइनल में जगह बनाई।
