DHAMTARI:- रीपा के तहत चयनित गौठानों का कलेक्टर ने किया निरीक्षण,नियमित गोबर खरीदी और गोबर को खुले में ना रखने की दी सख्त हिदायत - DNA

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शुक्रवार, 16 सितंबर 2022

DHAMTARI:- रीपा के तहत चयनित गौठानों का कलेक्टर ने किया निरीक्षण,नियमित गोबर खरीदी और गोबर को खुले में ना रखने की दी सख्त हिदायत

 ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए अतिरिक्त आय के साधन बनाने और स्थानीय परिदृश्य के अनुसार कच्चे माल के स्त्रोत एवं मार्केटिंग को विकसित कर ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ज़िले के मॉडल गौठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाने कार्ययोजना बनाई गई है। इसी कड़ी में कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आज सुबह  इन मॉडल गौठानों का निरीक्षण किया। इस मौके पर कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने गौठानों में ग्रामीण औद्योगिक पार्क विकसित किए जा रहे हैं, जहां ग्रामीण रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा देने विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियां लेते हुए काम किए जा रहे हैं। इसके लिए जरूरी है कि बनाई गई कार्ययोजना को मूर्तरूप देने में संबद्ध विभाग पूरी तन्मयता से अपने कर्तव्य का पालन करे। कलेक्टर एल्मा ने सभी गौठानों में समझाइश दी कि  पशुपालकों से नियमित तौर पर गोबर खरीदी की जाए और किसी भी गौठान में गोबर खुले में ना रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।




          कलेक्टर एल्मा सबसे पहले धमतरी के अछोटा स्थित मॉडल गौठान से अपना दौरा शुरू किए। यहां ग्रामीणों की सिलाई और बुनकरी क्षेत्र में पारंगता और रुचि को देखते हुए सिलाई यूनिट रीपा के तहत लिया गया है। इसी के साथ चैन लिंक फेंसिंग, लेयर फार्मिंग, बेसन यूनिट, अचार-पापड़ यूनिट, मिनरल वाटर, गौ काष्ठ यूनिट इत्यादि लगाने की योजना है। यहां के सरपंच से चर्चा के दौरान कलेक्टर ने गौठान से लगी जमीन में ग्राम विकास समिति के जरिए बनाई जा रही 39 दुकानों और उसकी उपयोगिता के संबंध में जानकारी ली। साथ ही हिदायत दी कि युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने दी जा रही दुकान के आबंटन में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। गौठान भ्रमण के समय, यहां मार्च में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से बने कुआं में सतह के काफी करीब तक पानी को देख कलेक्टर ने गौठान में सब्जी बाड़ी और नर्सरी में इसका अच्छे से उपयोग करने पर बल दिया। साथ ही विभिन्न शेड, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन इकाई आदि का भी मुआयना किया। उन्होंने रीपा के तहत लिए गए कार्यों का डीपीआर तीन दिनों के भीतर बनाकर देने के सख्त निर्देश ग्रामीण यांत्रिकी के उप अभियंता को दिए हैं। मॉडल गौठान भटगांव में भ्रमण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत प्रियंका महोबिया ने कलेक्टर  को बताया कि यहां ’दीदी की रसोई’ पहले से संचालित है।

 शासकीय कार्यक्रमों में यहां से स्वल्पाहार मंगाया जाता है। इसे बड़ा स्वरूप देने अब कैटरिंग यूनिट यहां स्थापित करने की योजना है। इसके लिए किचन, स्टोर रूम, बैठक व्यवस्था के साथ ही पोहा मिल, लेमन ग्रास का टी-बैग, लेयर फार्मिंग, मुर्गी, बकरी पालन को रीपा के तहत लिया गया है। यहां भू-जल की अच्छी स्थिति देखते हुए कलेक्टर ने दो कुआं बनाने के निर्देश दिए, जिससे सब्जी बाड़ी और नर्सरी में सिंचाई की दिक्कत ना हो। सरपंच से चर्चा के दौरान कलेक्टर ने गौठान में बाउंड्रीवॉल की आवश्यकता को महसूस करते हुए लगभग 300 मीटर लंबे और कम से कम छः फीट ऊंची दीवार बनाने के लिए भी जल्द प्राक्कलन तैयार करने कहा। साथ ही लेमन ग्रास की खेती और तेल निकालने के कार्य में संलग्न जय भवानी मां स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर कलेक्टर ने उनकी अब तक की आमदनी और उत्पादन की जानकारी ली। बताया गया कि तीन लाख रूपये का लेमन ग्रास और 70 हजार रूपये का लेमन ग्रास का तेल अब तक समूह द्वारा बेचा गया है


           इसके बाद कलेक्टर श्री एल्मा ने कुरूद विकासखण्ड के गातापार और हंचलपुर स्थित गौठान का मुआयना किया। गातापार गौठान में बने पशु शेड में सही तरीके से ड्रेनेज, दीवार थोड़ी और ऊंची करने के अलावा पशु शेड में एक एंट्री को बंद करने कहा। ज्ञात हो कि लगभग दस एकड़ में बने इस गौठान में दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र प्रस्तावित है। मॉडल गौठान हंचलपुर में गोबर से पेंट बनाने की इकाई स्थापित की जानी है, जिसका कार्य प्रगति पर है। साथ ही लेयर फार्मिंग, कस्टम हायरिंग सेंटर, मेंटेनेंस रिपेयरिंग एंड ऑपरेशन यूनिट प्रस्तावित है। कलेक्टर ने भटगांव, गातापार सहित हंचालपुर के सरपंच से चर्चा कर यहां के गौठानों में सड़क की ओर इच्छुक ग्रामीण युवाओं के लिए दुकानें बनाने का सुझाव दिया। यह ग्राम विकास समिति से बनाया जा सकता है। ज्ञात हो कि हंचलपुर स्थित गौठान लगभग 9.5 एकड़ क्षेत्र में है। कलेक्टर ने स्थल निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया कि इसमें रीपा एक तरफ और गौठान दूसरी तरफ बनाया जाए। ज्ञात हो यहां पहले से ही महिला समूह द्वारा मुर्गी और बकरी पालन तथा मशरूम उत्पादन किया जा रहा है।


                  अगले पड़ाव में मगरलोड के खिसौरा गौठान में कलेक्टर श्री एल्मा पहुंचे। यहां रीपा के तहत चयनित गतिविधियों में बांस शिल्प, टेक्सटाइल, मछली पालन, मसाला, मिनी राइस मिल, अगरबत्ती बनाने की इकाई लगाने की योजना है। ग्रामीणों की मांग और स्थानीय जरूरतों को जानने कलेक्टर ने पंचायत भवन में चर्चा बैठक ली। यहां महिलाओं ने बकरी इकाई, डेली नीड्स के अलावा दाल पिसाई और चावल उत्पाद की इकाई स्थापना की मांग रखी। सभी प्रस्ताव पर एक बार सभी गांव वालों को आपसी सलाह मशविरा करने की बात कलेक्टर ने कही। उन्होंने साथ ही गांव में आंगनबाड़ी, स्कूल, स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी भी ली। ग्रामीणों ने इस पर संतोष जताया। आज के भ्रमण का आखिरी पड़ाव भेंड्री रहा। यहां ग्रामीण उद्योग को बढ़ावा देने चयनित आर्थिक गतिविधियों में भी खिसोरा की तरह मेंटेनेंस, रिपेयरिंग एंड ऑपरेशन इकाई के अलावा खाद्य प्रसंस्करण इकाई, चैन लिंक फेंसिंग और मसाला इकाई स्थापना की योजना है। कलेक्टर ने भेंड्री स्थित मल्टी यूटिलिटी सेंटर जहां रीपा के तहत गतिविधियां ली जा रही उनका मुआयना कर वहां की साफ-सफाई कराने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मगरलोड को दिए। अंत में वे भेंड्री स्थित गौठान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ,ग्रामीणों से मिल गौठान से जुड़ी उनकी गतिविधियां और समस्याओं को सुना और आश्वस्त किया कि यथा उचित हल निकाला जाएगा। आज गौठानों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर  और सीईओ ज़िला पंचायत के साथ ही गौठानों से संबद्ध विभागों के  जिला और ब्लॉक स्तर का अमला मौजूद रहा।


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