माइग्रेन एक ऐसी न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है, जिसमें सिर के एक या दोनों तरफ तेज दर्द होता है। ये दर्द कई घंटों या कई दिनों तक बना रह सकता है। बार-बार होने वाला माइग्रेन काफी दर्दनाक और ओवरऑल हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है। यही वजह है कि माइग्रेन के इलाज के लिए सप्लीमेंट या प्राकृतिक उपचार बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।
माइग्रेन के लक्षण
माइग्रेन की समस्या होने पर सिर में एक या दोनों तरफ असहनीय दर्द होता है। यह घबराहट, उल्टी, शोर के प्रति सेंसिटिविटी जैसे लक्षणों के साथ हो सकता है। माइग्रेन का दर्द होने पर रोशनी और आवाज से भी चिढ़ होती है। इससे कई तरह की दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं। कुछ लोगों में माइग्रेन क्रोनिक होता है और उनके लिए इसका इलाज बहुत जरुरी होता है।
कैसे करें इलाज?
विटामिन बी और मेलाटोनिन जैसे पोषक तत्व माइग्रेन अटैक को रोकने में बहुत प्रभावी माने जाते हैं। ताजा शोध में विटामिन बी को माइग्रेन में रामबाण माना जा रहा है। यह माइग्रेन के अटैक को रोकने में भी काफी मददगार हो सकता है। दरअसल शरीर में जब भी विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी होती है, माइग्रेन के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि अगर आप माइग्रेन के दर्द से परेशान हैं तो आपको अपने खानपान में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स को शामिल करना चाहिए।
कैसे मदद करता है विटामिन बी?
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स माइग्रेन के दर्द में काफी राहत पहुंचा सकता है। माना जाता है कि विटामिन बी2 पानी में घुलनशील होने के चलते माइग्रेन को बढ़ने से रोकता है और सेल्स को एनर्जी देने का काम करता है। कई बार दिमाग की नसें सुस्त हो जाती है ऐसे में बी विटामिन एनर्जी देता है और दर्द से आराम मिल सकता है। विटामिन बी2 शरीर में कई मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं को संचालित करने में भी मदद करता है।
जरूरी है विटामिन बी कॉम्प्लेक्स
विटामिन बी की कमी पूरी करने का आसान तरीका है बी कॉम्प्लेक्स लेना। इसमें विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी12, राइबोफ्लेविन और नियासिन भी शामिल होते हैं। इससे शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर में इसकी कमी पूरी करने के लिए आप डाइट में फिश, अंडे, दूध जैसे फूड्स को शामिल कर सकते हैं। साथ ही चाहें तो विटामिन बी सप्लीमेंट की गोलियां भी ले सकते हैं।