छत्तीसगढ के सभी जिलों में कोरोना काल के दौरान सीख मित्रों के माध्यम से शासन ने कोविड नियमों का पालन करते हुए उचित सुरक्षा के साथ बच्चों को उनके घर के आस पास न:शुल्क शिक्षा सेवा दिये है। धमतरी जिले के सभी ब्लाक में भी सीख मित्रों ने शिक्षा सेवा दिया जिससे बच्चों के पढाई प्रभावित होने से बच गई और बच्चों के शिक्षा स्तर में सुधार हुआ
इस सेवा के लिए सीख मित्रों को शासन प्रशासन व्दारा किसी भी प्रकार का मानदेय नही दिया गया। यहाँ तक की कोविड सुरक्षा सामग्री मास्क व सेनेटाईजर भी प्रशासन ने नही दिया, शिक्षा मित्रों ने स्वयं इसकी व्यवस्था की ।
वर्तमान में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय धमतरी के व्दारा धमतरी जिला के सभी ब्लाको में शिक्षा सेवा प्रदाता पदों की नियुक्ति की जानी है । कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा देने के लिए जब सीख मित्रों का चयन किया गया था तो डीएड बीएड की डिग्री नही मांगी गयी थी। छत्तीसगढीया क्रांति सेना ने ज्ञापन के माध्यम कलेक्टर से मांग किया है कि जिन सीख मित्रों ने कोरोना काल में अपने जान जोखिम में डालकर शिक्षा के स्तर को बनाए रखा उन सभी सीख मित्रों को शिक्षा सेवा प्रदाता पदों पर नियुक्त किया जावे व इन सीख मित्रों के लिए डीएड बीएड डिग्री ना मांगी जावे। छत्तीसगढीया क्रांति सेना जिला अध्यक्ष धमतरी निखिलेश देवान साहू ने यह भी कहा कि नियुक्ति के समय यह भी ध्यान में रखा जावे कि सीख मित्रों ने लगातार 3 साल तक न:शुल्क सेवा देकर अपना अपना अमूल्य योगदान दिया है। ज्ञापन देने वालो में छत्तीसगढीया क्रांति सेना जिला अध्यक्ष निखिलेश देवान साहू, ब्लाक अध्यक्ष जयप्रकाश सिन्हा, देवा डहरिया, भावना साहू, नेहा यादव, लक्ष्मी सिन्हा, शैलेन्द्री सिन्हा, छाया देवी सिन्हा, पूजा रानी, डेमिन ध्रुव, नितु शिरमोर, दामिनी सेन, लोकेन्द्र कुमार, महेश्वर कुमार, योगैश कुमार, अनिल साहू, रवि सोनवानी, लक्ष्मी, सीमा मरकाम, टुम्मन सिंह,धनेशवर , गंगाधर, टुमन मरकाम, मनीषा गोस्वामी आदि छत्तीसगढीया क्रांति सेनानी व सीख मित्र उपस्थित रहे।

