कत्ल के आरोपियों की ये तस्वीरे साफ बया कर रही है कि अब धमतरी में गुनहगारों को खाकी वर्दी का जरा भी ख़ौफ़ नही है----जिसके चलते तीन मर्डर करने के बाद ये लोग ऐसे फोटोज खिंचा रहे है मानो पुष्पा फ़िल्म के हीरो हो --और दो तीन महीने सलाखों के बीच रहने के बाद जमानत में छूटकर फिर मौत का तांडव मचाएंगे*
- *गौरतलब है कि बीते कुछ सालों से धमतरी जिला नशे के कारोबारियों का और चाकुबाजो का मुफीद अड्डा बन गया है -जिसके चलते जुर्म जरायम का ग्राफ दिनोदिन बढ़ता जा रहा है* ----
*ऐसे में आम शरीफ शहरी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है* --और पूछ रहा है कि कहाँ है कानून के पहरेदार -क्योंकि शहर तो शहर अब तो ग्रामीण इलाके में भी गुनाह सरेराह ऐसे हो रहे मानो ये कोई यूपी बिहार का इलाका हो ---
रही बात नशे की तो ज्यादातर अपराध की जड़ में सुखा नशा ही मिलता है ---वही अगर नशेड़ियों के हाथ मे हथियार हो तो उसे चलाने में पल भर की देरी नही करता*
हैरत की बात तो ये है कि पुलिस ना तो नशे पर लगाम लगांप रही है और ना रोजबरोज होते चाकू बाजी को रोक पा रही है
आखिर में यही कहा जा सकता है कि वक़्त रहते पुलिस ने कोई सख्त कदम नही उठाया तो वह दिन दूर नही जब धमतरी में जंगलराज हो जाएगा ---