धमतरी - नाबार्ड द्वारा जिले में बैंकरों और सरकारी अधिकारियों के लिए कृषि क्लिनिक और कृषि व्यापार केंद्र (एसीएबीसी) योजना पर जिला स्तरीय एकदिवसीय कार्यशाला 20 सितम्बर को आयोजित की गई। यह कार्यशाला बैंकरों और सरकारी अधिकारियों के लिए कृषि क्लीनिक और कृषि व्यापार केंद्र (एसीएबीसी) योजना पर आधारित रहा। इसमें एसीएबीसी इकाइयों की स्थापना के लिए कृषि उद्यमियों को वित्त-पोषित करने और किसानों को कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए कुशल विस्तार सेवाओं का लाभ उठाने के संबंध में जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें सक्षम बनाने के लिए ग्रामीण उद्यमियों को सुविधा प्रदान करने बैंकरों को संवेदनशील बनाने और प्रेरित करने पर बल दिया।
एजीएम/डीडीएम नाबार्ड पंकज आर. सोनटक्के ने सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम आयोजित करने के उद्देश्यों के बारे में बताया। साथ ही एसीएबीसी योजना दिशा निर्देशों, इसके उद्देश्यों, एसीएबीसी योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पात्रता मानदंड, योजना की विशेषताएं, सब्सिडी घटक, लाभार्थियों आदि के बारे में जागरूक किया। प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि योजना के तहत सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए एसीएबीसी परियोजनाओं का मुख्य घटक है। उन्होंने कार्यशाला में मौजूद प्रतिभागियों एवं बैंकर्स से अपील करते हुए कहा कि जिले के सभी चार विकासखंडों में कम से कम एक एसीएबीसी इकाइयों को वित्तपोषित करने के लिए आगे आएं। कार्यशाला में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंकों, आरएसईटीआई के अधिकारियों, लीड बैंक मैनेजर, कृषि उद्यमियों और लाइन विभाग जैसे बागवानी, कृषि, आत्मा, कृषि विज्ञान केंद्र आदि के अधिकारियों ने भाग लिया।


