धमतरी - विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ ग्राम रींवागहन में मनाया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि क्षेत्र की लोकप्रिय विधायक रंजना डीपेंद्र साहू रही। सर्वप्रथम समस्त आदिवासी समाज महिलाओं के द्वारा अपने घर से गांव में कलश यात्रा निकाली गई। समाजिक भवन में एकत्रित होकर समाज प्रमुखों की उपस्थिति में समस्त सामाजिक बंधुओं द्वारा भगवान बुढ़ा देव की पुजा अर्चना किया गया। आए हुए जनप्रतिनिधियों का स्वागत समाज द्वारा किया गया। विधायक ने सर्वप्रथम भगवान भोलेनाथ बुढ़ा देव कि पुजा अर्चना किए। विधायक रंजना साहू ने विश्व आदिवासी दिवस पर आतिथ्य उद्बोधन में जयकारे लगाते हुए कहा कि आदिवासी समाज ने प्रकृति और संस्कृति की रक्षा के साथ साथ देश की रक्षा के लिए भी अपनी प्राणो को न्योछावर करने में कभी पीछे नहीं रहे, चाहे वह बिरसा मुंडा जी, गुंडाधुर जी, वीर नारायण सिंह जी, चाहे वह आदिवासी समाज में महिला शक्ति कि मिशाल विरांगना रानी दुर्गावती हो समस्त वीरों को विश्व आदिवासी दिवस पर नमन करती हूं, उनका बलिदान हमारे समाज के लिए प्रेरणा है, क्योंकि सभी वीरों ने छत्तीसगढ़ की समृद्धि को बनाए रखने अपनी मातृभूमि, जल, जंगल जमीन के लिए अपने प्राणों की आहुति दिए हैं। विधायक श्रीमती साहू ने आगे कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश के सबसे सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति के रुप में जनजाति समाज की गौरव श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी को पदस्थ किया जाना आदिवासी समाज के साथ साथ हम सभी देशवासियों के लिए गौरवशाली इतिहास बन गया। आदिवासी समाज की सेवा की भाव से प्रकृति भी मुस्कुराते हैं, इस समाज कि रहन सहन, सांस्कृतिक विविधता ही पहचान है। जिनके नारों में सेवा सेवा का भाव है वह समाज निश्चित ही वंदनीय है। निस्वार्थ सेवा भाव ही आदिवासी समाज की पहचान है, प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के समर्पित, प्रकृति के अनन्य उपासको को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं विधायक ने दी। सांसद प्रतिनिधि उमेश साहू ने विश्व आदिवासी दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए बताया कि आदिवासी समाज की संस्कृति छत्तीसगढ़ प्रदेश कि पहचान है, निरंतर समाज शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जिला पंचायत सदस्य दमयंती साहू ने गृह ग्राम में सफल कार्यक्रम के समस्त आदिवासी समाज को बधाई देते हुए निरंतर समाज को एकजुट बनाए रखते हुए आगे बढ़ते रहने की बात कही।
इस अवसर पर राजेश कैशाल, जीवन लाल साहू, सरपंच कमलेश्वर ध्रुव, हीमकेश साहू, केशव साहू, हूलार कोर्राम, धीराज ध्रुव, जयराम, गैंदराम, ईश्वरी दयाल, कलीराम साहू, रामलाल यादव, गाजेश, शिव नारायण साहू, चेतन राम साहू, दूजराम सिन्हा सहित समाज के पदाधिकारी एवं समाजिक बंधु सम्मिलित हुए।