धमतरी- सर गौरी शंकर श्रीवास्तव चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शुक्रवार को म्युनिसिपल स्कूल धमतरी में प्रतिभाखोज परीक्षा का आयोजन किया गया।
परीक्षा सुबह 9.30 बजे से 10.30 बजे तक हुई, जिसमे शहरी व आसपास क्षेत्र के 19 स्कूलों के 340 छात्र छात्राएं शामिल हुए।
परीक्षा सिर्फ 10 वी के छात्र,छात्रों के लिए थी। जिसमे सामान्य ज्ञान सहित 10 वी सिलेबस से संबंधित प्रश्न पूछे गए। ओएमआर शीट के आधार पर आंसर लिखवाया गया। इससे बच्चे आगे की कॉम्पिटेटिव एग्जाम के लिए भी तैयार होते है।
परीक्षा के दौरान संस्था के मुख्य ट्रस्टी डॉ हीरा महावर, वरिष्ठ ट्रस्टी डॉ आईसी जैन, परीक्षा प्रभारी ट्रस्टी अशोक पवार, रमेश पंजवानी, विनोद पांडे, अजय छाजेड़, राकेश झवर, अनुराग महावर उपस्थित थे।
20 सितम्बर को पुरस्कार वितरण
संस्था के लोगों ने बताया कि परीक्षा में स्थान बनाने वाले प्रथम 5 बच्चों को पुरस्कार के रूप में चांदी के मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
यह पुरस्कार व सम्मान हरदिहा साहू समाज भवन में 20 सितंबर को अपरान्ह 4 बजे प्रदान किया जाएगा। जिसमें मुख्य अतिथि साहित्यकार,व्यंग्यकार व वरिष्ठ पत्रकार गिरीश पंकज होंगे। अतिथि विशेष के रूप में एसपी प्रशांत ठाकुर उपस्थित रहेंगे।
साल 2014 से हो रहा आयोजन
सर गौरीशंकर श्रीवास्तव चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा पिछले 8 सालों से यह आयोजन किया जा रहा है। 2 साल कोरोना काल मे ही आयोजन नहीं हो पाया। यही नहीं संस्था द्वारा हर साल स्कूली बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर कैरियर गाइडेंस का भी आयोजन किया जाता है, जिसमे विशेषज्ञ ट्रेनर बच्चों को बेहतर भविष्य के लिए जरूरी जानकारी देते है।
प्रतिभाखोज आयोजन के उद्देश्य को लेकर मुख्य ट्रस्टी डॉ हीरा महावर ने कहा कि यह परीक्षा बच्चो की प्रतिभा को निखारने और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करना है। खास बात यह है कि इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होती है। ताकि परीक्षार्थी धैर्यता के साथ प्रश्नों का उत्तर लिखे प्रतियोगी परीक्षाओं के पैटर्न को समझे।
डॉ महावर ने आगे बताया कि सारे प्रश्न ऑब्जेक्टिव होते है। ओएमआर शीट में ही उत्तर लिखना होता है।
हर साल 50 गरीब बच्चों को आर्थिक मदद::
संस्था द्वारा हर साल आर्थिक रूप से कमजोर 50 गरीब बच्चों का स्कूल फीस संस्था द्वारा दिया जाता है। ये बच्चे सरकारी स्कूलों से ही होते हैं।एक सरकारी स्कूल से अधिकतम 10 बच्चों को शामिल किया जाता है।
यह राशि 20 सितंबर को सम्मान समारोह के मंच से प्रदान की जाएगी