जिम में एक्सरसाइज करते हुए दिल का दौरा आना, डांस करते हुए जान जाना। ऐसे मामले आजकल काफी सामने आ रहे हैं। मृतकों की संख्या 30 से 50 वर्ष के बीच है। नोएडा के मीराकी फिटनेस जिम के जनरल मैनेजर प्रवीण ने कहा कि कई बार लोग छोटी-छोटी बातों को अनदेखा कर देते हैं। जैसे - जिम में वेंटिलेशन सही नहीं है और बेसमेंट में बना हुआ है। ऐसे में एक्सरसाइज करते समय सांस फूल सकती है। कई लोग वॉर्मअप के बिना ही तेज एक्सरसाइज करने लगते हैं। यह खतरनाक होता है। उन्होंने कहा कि 35 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को मेडिकल जांच के बाद ही एक्सरसाइज करनी चाहिए। उम्र, हेल्थ और स्टेमिना के हिसाब से व्यायाम करना चाहिए।
जिम जाने से पहले कराएं टेस्ट:-
जिम जाने से पहले दिल का चेकअप करवाना चाहिए। यह दो टेस्ट ईसीजी और इकोकार्डियोग्राम है। वहीं हार्ट के मरीजों को ट्रेडमिल, दौड़ना और तेज साइकिल नहीं चलाना चाहिए। वॉकिंग सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। एक्सरसाइज हमेशा धीरे-धीरे शुरू करें।
यूरोपियन जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग मोटे या अधिक वजन वाले होते हैं। उन्हें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर के मरीजों को अपना अतिरिक्त ध्यान रखना चाहिए। सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा 30 गुना बढ़ जाता है।
सुबह हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा:-
सर्दियों में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है। हाई ब्ल्ड प्रेशर से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। वहीं ठंड के कारण शरीर में ब्लड का थक्का जम जाता है। जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। खासतौर पर सर्दियों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा सबसे अधिक होता है, क्योंकि तापमान कम होता है।