इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा की रात लगेगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. इसके अलावा ये ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी प्रशांत महासागर और रूस के पूर्वी भाग में दिखाई होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, सालों बाद शरद पूर्णिमा और गजकेसरी योग में चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है.
बता दें कि दुर्लभ ज्योतिष घटना का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन चार राशियां ऐसी हैं जिन्हें यह संयोग लाभ प्रदान करेगा. इन चार राशियों में वृषभ राशि, मिथुन राशि, कन्या राशि और कुंभ राशि शामिल हैं.
भारत में चंद्र ग्रहण कितने बजे से शुरू होगा और कब खत्म होगा
भारत में लगने वाला यह चंद्र ग्रहण 28/29 अक्टूबर की मध्य रात्रि 01:05 बजे से होगा और 02:24 बजे तक रहेगा. दिल्ली, नोएडा और पटना में यह ग्रहण 01:06 बजे से 02:22 मिनट तक रहेगा. अधिकतम ग्रहण के दौरान चन्द्रमा का लगभग 12 फीसदी भाग पृथ्वी की उपच्छाया से छिप जाएगा
इन राशियों को लाभ प्रदान करेगा ये संयोग
वृषभ राशि: ग्रहण के प्रभाव से आपकी प्रोफेशनल लाइफ में चल रही परेशानियों से छुटकारा मिलेगा. लंबे समय से लंबित कार्यों में गति आएगी और वे पूर्ण होंगे. आपके करियर में तरक्की होगी. साथ ही कार्यस्थल पर वेतन और पद में भी वृद्धि होने की संभावना है.
मिथुन राशि: चंद्र ग्रहण के प्रभाव से आपकी सेहत में सुधार होगा. आपको उस बीमारी से राहत मिलेगी जो आपको लंबे समय से परेशान कर रही थी. साथ ही मानसिक तनाव भी कम होगा. घरेलू खर्चों में कमी आने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. आय के नए मार्ग बनेंगे.
कन्या राशि: चंद्र ग्रहण के दिन जो संयोग बनने जा रहा है उसका लाभ कन्या राशि के जातकों को भी मिलने वाला है. इस योग के प्रभाव से आपका भाग्य साथ देगा और आपको नौकरी में नए अवसर मिलेंगे. पहले से किया गया निवेश लाभ देगा. आपकी संपत्ति में निवेश से लाभ होगा.
कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों के लिए यह योग 28 अक्टूबर से अच्छा समय शुरू कर सकता है. जीवन के हर पहलू में आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे. प्रोफेशनल और व्यापारियों को लाभ मिलने की संभावना है. इसके साथ ही आपको नौकरी में पदोन्नति की संभावनाएं भी हैं. घर में सुख-शांति बनी रहेगी. परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे.
