नवरात्र पर्व शक्तिशाली पर्व कहलाता है ब्रम्ह शक्ति एक ही है गायत्री उसी त्रिपदा की तीन धाराएं सरस्वती लक्ष्मी दुर्गा के नाम से प्रसिद्ध है। शक्तिसाधना कि सबसे प्राचीन परंपरा गायत्री उपासना की है । नव दिन तक सुबह देव आव्हान, दीप प्रज्वलन आरती, जप एवं ध्यान साधना अखण्ड समूह साधना आज नवमी पर्व पर महापूर्णाहुति ,गायत्री यज्ञ, विभिन्न संस्कार एवं प्रसादी वितरण किया गया । इस कार्यक्रम में सैकड़ो गायत्री परिजन मुख्य रूप से श्रीमती खिलेश्वरी किरण सहायक ट्रस्टी श्री राजकुमार साहू श्री शेखर लाल साहू श्री रामपाल कौशिक श्रीमती मनोरमा कौशिक श्रीमती यशोदा साहू प्रमिला साहू कौशल साहू श्रीमती गायत्री साहू चेतन लाल साहू श्रीमति रीता भांडे , गुनेश्वरी साहू प्रदीप देवांगन तीर्थराज साहू डॉक्टर विकास साहू डॉक्टर गामिनी साहू विनीता साहू पद्मिनी साहू लालाराम मगेन्द्र, गजानंद गायत्री, डॉक्टर यशवन्त रणसिंह, प्रतिभा सिन्हा, डॉक्टर रामचन्द्र मेश्राम,खिलावन श्रीवास , डॉक्टर अनिल गजपाल खूबलाल हिरवानी उषा चन्द्रकान्त गजपाल युवा प्रकोष्ठ डॉक्टर प्रदीप कुमार साहू उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किये ।