देव दिवाली का दिन बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन को हर जगह दीपों से सजाया जाता है। सनातन धर्म में भी देव दिवाली का विशेष महत्व है। यह दिन पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल देव दिवाली 27 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन अगर सच्ची श्रद्धा और विधि-विधान से पूजा की जाए, तो भगवान विष्णु के साथ-साथ भगवान भोलेनाथ की भी कृपा प्राप्त होती है। इस दिन को लेकर कई मान्यताएं हैं। देव दिवाली पर कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप इस दिन किसी को गिफ्ट देना चाहते हैं, तो चमड़े से बनी चीजों का चयन न करें।
देव दिवाली जैसे शुभ दिन पर ताश खेलने से बचें।
देव दिवाली पर शराब पीने और मांसाहारी भोजन करने से बचें।
ध्यान रखें कि उस दिन घर का दीपक पूरी रात जलते रहना चाहिए।
इस दिन रात के समय पूजा घर को खाली न छोड़ें।
इस शुभ दिन पर लड़ाई-झगड़ा करने से बचें।
इस दिन जितना हो सके पूजा करें।
इस दिन दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
लक्ष्मी जी की आरती गाते समय ताली न बजाएं।
घर के अंदर आतिशबाजी या फुलझड़ियों का इस्तेमाल न करें, धातु या कांच के कंटेनरों में बिल्कुल भी पटाखे न जलाएं।
इस मंत्र का करें जाप
भगवान शिव का ध्यान मंत्र
ध्याये नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारूचंद्रां वतंसं। रत्नाकल्पोज्ज्वलांगं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम।। पद्मासीनं समंतात् स्तुततममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं। विश्वाद्यं विश्वबद्यं निखिलभय हरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम्।।