धमतरी- प्रदेश सहित जिले में एक जुलाई से रोका-छेका अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में नगर पंचायत कुरूद क्षेत्रांतर्गत ‘रोका-छेका संकल्प अभियान‘ चलाया जा रहा है। मुख्य नगरपालिका अधिकारी कुरूद मनोज कुमार जायसवाल ने बताया कि अभियान के तहत निकाय कर्मियों द्वारा नगर क्षेत्र में पशुपालकों एवं पशुओं का सर्वे पूर्ण करा लिया गया है। उन्होंने बताया कि सर्वे के अनुसार नगर पंचायत कुरूद क्षेत्र में कुल 131 पशुपालकों के पास 713 पशु हैं। सभी पशुपालकों को व्यक्तिगत तौर पर समझाईश दी गई है कि वे अपने पशुओं को सड़क पर अनावश्यक घूमते हुए ना छोड़ें व उन्हें रखने के लिए समुचित व्यवस्था करें। इसके बाद भी नगरीय क्षेत्र में खुले में घूम रहे अथवा सड़कों पर अव्यवस्थित तरीके से बैठे मवेशी पाने पर प्रतिदिन कांजी हाउस अथवा गौठान पहुंचाने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि उनके पशु सड़़कों या लावारिस घूमते पाए जाते हैं, तो उन्हें कांजी हाउस/गौठान में भर्ती कर संबंधित पशुपालकों पर अर्थदण्ड अधिरोपित किया जाएगा।
एक दैनिक समाचार पत्र में रविवार 11 जुलाई को ‘रोका छेका अभियान ठप पड़ा, कुरूद की सड़कों में मवेशियों का जमावड़ा‘ शीर्षक से प्रकाशित समाचार के संबंध में एसडीएम कुरूद सुनील कुमार शर्मा ने सीएमओ कुरूद से प्रतिवेदन प्राप्त कर कलेक्टर पीएस एल्मा को जानकारी प्रेषित प्रेषित की है। प्रतिवेदन में सीएमओ कुरूद ने जानकारी देते हुए बताया है कि निकाय क्षेत्र कुरूद में इसके लिए नियमित रूप से मुनादी की गई है तथा शासन द्वारा निर्धारित प्रपत्र में सभी पशुपालकों से हस्ताक्षर सहित संकल्प पत्र भराया गया है। उन्होंने बताया कि एक जुलाई से अब तक 28 पशुओं को कांजी हाउस में भर्ती किया गया है तथा पांच पशुपालकों पर नियमानुसार 2850 रूपए का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। साथ ही यह भी बताया गया कि नगर पंचायत कुरूद क्षेत्र में एक कांजी हाउस है जहां पर पशुओं के लिए चारा-पानी, बैठने की व्यवस्था एवं वर्षा और धूप से बचने के लिए समुचित प्रबंध किया गया है।