नया शिक्षा सत्र 15 जून से शुरू हो चुका है। जून का महीना खत्म होने के बाद भी सभी बच्चों तक किताबें नहीं पहुंच पाई है।सरकारी स्कूलों में हाई स्कूलों की किताबें पहुंच गई है। जबकि सरकारी स्कूलों पहली से आठवीं के लिए किताबें बांटी जा रही है। सीजी बोर्ड से जुड़े प्राइवेट स्कूलों के छात्रों को मुफ्त किताबों के लिए अभी इंतजार करना होगा। यहां वितरण शुरू नहीं हुआ है।
इसे लेकर शिक्षाविदों का कहना है कि जून का महीना खत्म हो गया है। इसके बाद भी सभी बच्चों तक किताबें नहीं पहुंची है। किताब बांटने में देरी से छात्रों को पढ़ाई का नुकसान होगा। सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कि किताबों का वितरण अभी शुरू हुआ है। पाठ्यपुस्तक निगम से किताबें स्कूलों तक पहुंचाई जाएगी। यहां से फिर शिक्षा विभाग के माध्यम छात्रों तक पहुंचेगी। सभी छात्रों तक पहुंचने में 20 से 25 दिन का समय लग सकता है।
इस तरह से कई छात्रों की पढ़ाई जुलाई में भी शुरू नहीं हो पाएगी। शिक्षाविदों का कहना है कि कोरोना संक्रमण की वजह से प्राइमरी व मिडिल के छात्र पिछले साल से स्कूल नहीं गए हैं। ऑनलाइन के माध्यम पढ़ाई हुई। इसमें भी कई बच्चे ऑनलाइन क्लास से नहीं जुड़े। किताबें मिलने से वे पढ़ाई से जुड़ते। लेकिन इसमें भी देरी हो रही है। इसका नुकसान छात्रों को होगा।
निजी स्कूलों से मांगी जानकारी
सीजी बोर्ड से जुड़े निजी स्कूलों मं 10 जुलाई के बाद किताबें बांटी जा सकती है। पाठ्य पुस्तक निगम के अधिकारियों का कहना है कि निजी स्कूलों के संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है। वहां से जानकारी मिलने के बाद शासन की अनुमति से निजी स्कूलों के लिए किताबें बांटने की प्रक्रिया शुरू होगी। निजी स्कूलों को डिपो से किताबें दी जाएगी। गौरतलब है कि पाठ्यपुस्तक निगम के राज्य में छह डिपो हैं। इसमें रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर, अंबिकापुर व रायगढ़ शामिल है।
53 लाख छात्रों को बांटी जाएगी किताबें
सीजी बोर्ड से जुड़े सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के करीब 53 लाख छात्रों को मुफ्त किताबें बांटी जाएगी। पिछली बार करीब साढ़े 50 लाख छात्रों को किताबें बांटी गई थी। पाठ्य पुस्तक निगम से इस बार करीब 3 करोड़ 4 लाख किताबें छपवाई जा रही है। इसमें से 2 करोड़ 29 लाख किताबें छप कर आ चुकी है। इनमें से 92 लाख से अधिक किताबें बांटी जा चुकी है। बाकी किताबों के वितरण की प्रक्रिया चल रही है।
इंग्लिश स्कूलों को बांटी किताबें
राज्य के सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पहली से लेकर दसवीं तक की किताबें पहुंच गई है। छात्रों को इसका वितरण होगा। राज्य में 171 सरकारी इंग्लिश स्कूल हैं। इसी तरह हिंदी मीडियम के हाई स्कूलों में भी किताबें पहुंच गई है। यहां प्रवेश लेने आने वाले छात्रों को किताबें दी जा रही है। हालांकि, निजी स्कूलों में अभी किसी भी कक्षा के लिए मुफ्त किताबों का वितरण नहीं हुआ है।
