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NEWS :: रामायण को छत्तीसगढ़ी में बना रहे जसबीर कोमल का सम्मान


राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच द्वारा पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी  के मुख्यअतिथ्य में एवं धमतरी प्रभारी जानकी गुप्ता की उपस्थिति में राम के लीला ,छत्तीसगढ़ी रामायण के निर्माता निर्देशक जसबीर कोमल ,संवाद लेखक ,गीतकार  अशोक तिवारी ,प्रदेश संयोजक ,गायक,संगीतकार नवलदास मानिकपुरी ,जिला संयोजक अखिलेश वर्मा ,तिलक वर्मा संयोजक ,धर्मेंद्र यदु  सह निर्देशक , नितेश लहरी कार्यक्रम निर्देशक का सम्मान किया गया , फैंस के राष्ट्रीय महामंत्री गोलोक बिहारी राय  ,जनजातीय अध्ययन समूह की चैयरपर्सन वर्णिका शर्मा ,राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य तौकीर रजा  , सविता गुप्ता  ने पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी,

  श्री सुंदरानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यदि राम की सही मायने में आराधना करनी है और राम राज्य स्थापित करना है तो "जय श्रीराम" के उच्चारण के पहले उनके आदर्शों और विचारों को आत्मसात किया जाए, उन्होंने भगवान राम के जीवन का वर्णन करते हुए बताया है कि श्रीराम प्रातः अपने माता-पिता के चरण स्पर्श करते थे एवं अपने पिता के वचनों को पूरा करने के लिए संपूर्ण वैभव को त्याग 14 वर्ष के लिए वन चले गए आज बच्चे अपने माता पिता के चरण स्पर्श तो दूर बात तक नही मानते है ऐसे में आज सही मायने में रामायण के प्रचार प्रसार की जरूरत है उन्होंने कहा भगवान राम ने अपना धैर्य नहीं खोया है। उन्होनें हर परेशानी में धैर्य से काम लिया है इसलिए हमें भगवान राम जी तरह जीवन की हर तकलीफ मेंं शांति से कार्य करना चाहिए।





जानकी गुप्ता ने कहा कि  हममें से कितने ही लोग नित्य भगवान राम की पूजा तो करते होंगे पर हम कभी भी उनके चरित्र की अच्छी बातों को ग्रहण करने की कोशिश नहीं करते प नेताओं ने भी सत्ता हासिल करने के लिए श्रीराम नाम का सहारा लेकर धर्म की आड़ में वोट बटोरे पर राम के गुणों को अपनाया नहीं , राम के नाम के साथ उनके गुणों को आत्मसात करना ही सच्ची अराधना है ,राम के लीला रामायण धारावाहिक और फ़िल्म के माध्यम से राम जी के आदर्शों को बच्चो और युवाओं तक पहुचाने का रोचक माध्यम एवं छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संवर्धन के लिए सराहनीय कार्य है  


निर्माता निर्देशक जसबीर कोमल ने बताया कि छत्तीसगढ़ी मिठी बोली में रामायण को दुनिया के सामने लाने के उद्देश्य से इस महान ग्रंथ को 52 एपिसोड सीरियल के जरिए एवं बड़े पर्दे में फ़िल्म के जरिए लाया जाएगा ,फ़िल्म का शूट  छत्तीसगढ़ के अलावा अयोध्या ,चित्रकूट, छत्तीसगढ़ राम वन गमन पथ, दंडकारण्य तथा रामेश्वरम में किया जाना है ।