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CHHATTISGARH NEWS:- स्कूली बच्चों की स्पीड रीडिंग और मौखिक गणित की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 16 को राजधानी रायपुर में।

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में संचालित प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के स्कूली बच्चों की स्पीड रीडिंग और मौखिक गणित की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 16 नवंबर को राजधानी रायपुर में होगी। इसमें पांच संभागों के चयनित 40 विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।


प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला मिशन समन्वयकों को प्रतियोगिता आयोजन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि 16 नवंबर को स्पीड रीडिंग और मौखिक गणित में संभाग स्तर पर विजयी प्राथमिक और मिडिल स्कूल स्तर के प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए रायपुर लाना सुनिश्चित करें।
जिला एवं संभाग स्तर पर चयनित विद्यार्थी स्पीड रीडिंग के मामले में और मौखिक गणित के सवालों को हल करने के मामले में बहुत अच्छे स्तर के होने चाहिए। प्रत्येक जिले से चयनित विद्यार्थियों के नाम एवं विवरण राज्य स्तर पर प्रतियोगिता में आने वाली टीम के साथ भेजा जाए। सफल आयोजन के लिए जिलों में कार्यरत पीएमयू को भाषा, गणित एवं टेक्नालाजी के उपयोग तथा आनलाइन प्रतियोगिता के आयोजन के लिए लिया जाए।


विकासखंड से सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों का चयन जिलास्तर के लिए किया जाए। विकासखंड स्तर पर चयनित चार विद्यार्थियों में से दो विद्यार्थी स्पीड रीडिंग और दो मौखिक गणित, जिसमें एक प्राथमिक और एक मिडिल स्कूल स्तर का होना चाहिए। इनकी आनलाइन माध्यम से प्रतियोगिता का आयोजन 12 नवंबर तक कर लिया जाए।
इसी प्रकार जिला स्तर पर चयनित विद्यार्थियों की प्रतियोगिता का आयोजन संभाग स्तर पर किया जाए। संभाग स्तर पर प्रत्येक विधा में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले चयनित प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने लाया जाए। प्रत्येक संभाग से आठ विद्यार्थियों में से दो स्पीड रीडिंग एवं दो मौखिक गणित सहित कुल चार प्राथमिक स्तर और इसी प्रकार मिडिल स्कूल स्तर से भी चार विद्यार्थियों को 16 नवंबर को एक-एक शिक्षक के साथ रायपुर भेजा जाए।


प्रतियोगिता आयोजन के संबंध में निर्देशित किया गया है कि विकासखंड, जिला एवं संभाग स्तर पर आनलाइन प्रतियोगिता आयोजन के लिए एक्सपर्ट की टीम का गठन कर लिया जाए। स्पीड रीडिंग के लिए प्राथमिक स्तर पर कुछ अपरिचित पाठ्य सामग्री की उपलब्धता रखी जाए, जिसे आनलाइन पढ़ना होगा। इसी प्रकार मिडिल स्कूल स्तर पर सौ दिन सौ कहानियां सीरीज में से कुछ पुस्तकें पढ़ने का अवसर देते हुए बच्चों की समझ की परख के लिए प्रश्न भी पूछे जाएं।