कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आज जिले के जोगीडीह ग्राम में चल रहे विस्तृत राजस्व सर्वेक्षण कार्य का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चल रहे सर्वेक्षण कार्य की विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर ने गांव की सीमा निर्धारित करने हेतु गांव के चारो ओर स्थायी चांदा मुनारा निर्मित करने कहा। उन्होंने जोगीडीह ग्राम को एक मॉडल के रूप में विकसित करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके साथ ही गांव की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए गांव में सिंचाई के साधन विकसित करने हेतु प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश कार्यपालन अभियंता जल संसाधन को दिये। इस अवसर पर अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक, आरआई भारती के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
बता दें कि विगत 40 वर्षो से इस गांव के ग्रामवासियों द्वारा राजस्व ग्राम का दर्जा दिये जाने की मांग की जा रही थी, जिसे बीते वर्ष राजस्व ग्राम घोषित किया गया है। राजस्व विभाग द्वारा गंगरेल बांध डूबान प्रभावितों के व्यवस्थापन के लिए ग्राम पंचायत लीलर के राजस्व ग्राम बागोडार के पारा के रूप में जोगीडीह को बसाया गया है। इस गांव का विस्तृत सर्वेक्षण करने के लिए भू-अभिलेख शाखा द्वारा 50 सदस्यीय दल का गठन किया गया है। सर्वेक्षण उपरांत अभिलेखों का निर्माण कर भुइंया सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा, ताकि यहां के ग्रामीण शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकें।