नई दिल्ली। एनसीईआरटी (NCERT) ने अपनी किताबों में इंडिया के स्थान पर भारत लिखने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। अब NCERT की सभी किताबों में यह संशोधन किया जाएगा। एनसीईआरटी समिति के अध्यक्ष सी आई इस्साक ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि पैनल ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में 'इंडिया' की जगह 'भारत' की सिफारिश की थी। यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है।'
Bharat Vs India: ऐसे शुरू हुई बहस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले दिनों कहा था कि हमारे देश का नाम भारत है। इंडिया अंग्रेजों का दिया नाम है। उन्होंने देशवासियों से अपील की थी कि वे इंडिया के स्थान पर भारत का इस्तेमाल करें।
इसके बाद जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से सभी राष्ट्रप्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया, तब भी रिपब्लिक ऑफ भारत लिखा गया था।
हम सब लोग इंडिया शब्द का उपयोग करना छोड़ दें। और भारत शब्द का उपयोग करना प्रारंभ कर दें। कभी-कभी अंग्रेजी जानने वालों के सामने हमको बोलना पड़ता है, तो भाषा के प्रवाह में ही इंडिया आ जाता है, क्योंकि उनको समझ में आना चाहिए। कोई जरूरत नहीं है। जो विशेष स्थान होते हैं, उनका भाषांतरण नहीं किया जाता है। दुनिया में कहीं नहीं करते हैं। ऐसे हमारा भारत देश है। सदियों से उसका नाम है। - मोहन भागवत, संघ प्रमुख, (2 सितंबर 2023 का बयान)