RAIPUR: राजधानी रायपुर स्थित विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी में रविवार को चार और सोमवार को दो पर्यटक कोरोना पाजिटिव पाए गए हैं। ये सभी रायपुर के ही रहने वाले हैं। इसे देखते हुए सफारी प्रबंधन ने यहां सतर्कता बढ़ा दी है।कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए पर्यटकों की जांच की जा रही है। जिन्हें टीके की दोनों डोज लग चुकी है और जिसके पास आइटीपीसीआर रिपोर्ट है, उनकी जांच नहीं होगी।
जांच में पाजिटिव पाए जाने वाले पर्यटकों को स्वास्थ्य विभाग की टीम होम आइसोलेशन या फिर उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया है। इसके साथ प्रबंधन ने वन्यजीवों की देखरेख करने वाले कर्मचारियों को भी अलर्ट कर दिया है। वन्यजीवों को लेकर प्रबंधन किसी प्रकार की कोताही नहीं बरत रहा है।
आदिवासी महोत्सव एवं राज्योत्सव की वजह से पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जंगल सफारी में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से सफारी के अंदर प्रवेश करने वाले सभी पर्यटकों का स्वास्थ्य विभाग की टीम एंटीजन की जांच कर रही है।
पर्यटकों को गाइडलाइन का करना पड़ रहा पालन:-
जंगल सफारी प्रबंधन की मानें तो सफारी परिसर में प्रवेश करने से पहले पर्यटकों को मास्क लगाना अनिवार्य है। थर्मल स्क्रीनिंग और हाथ को सैनिटाइज करने के बाद ही सफारी परिसर और जू में पर्यटकों को प्रवेश मिलेगा। पर्यटकों की जांच के बाद निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही उन्हें टिकट दिया जा रहा है। पाजिटिव आने वालों का प्रवेश वर्जित है।
निगेटिव रिपोर्ट पर ही प्रवेश::
जंगल सफारी के सहायक संचालक अभय कुमार पांडेय ने बताया कि जंगल सफारी आने वाले चार पर्यटकों की जांच हुई है, जो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसे देखते हुए सफारी में ऐसे पर्यटकों को प्रवेश दिया जा रहा है, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव है और जंगल सफारी को सेनेटाइज किया जा रहा है ।
वन्यजीवों को ऐसे दिया जा रहा खाना::
सफारी प्रबंधन का कहना है कि वन्यजीवों को चिकित्सक की सलाह पर उनके भोजन को 60 डिग्री गर्म करने के बाद उसे खाने योग्य ठंडा कर दिया जा रहा है। वन्यजीवों को खाना देने वाले जू कीपर मास्क और पीपीई कीट लगाकर भोजन दे रहे हैं। इसके साथ ही किसी प्रकार का संक्रमण पाए जाने पर पशु चिकित्सक द्वारा टेस्ट के लिए सैंपल भेजकर जांच कराई जा रही है।