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Winter health tips:- सर्दियों में बच्चों का ख्याल रखना है बहोत जरूरी,इन बातों का रखें ध्यान।

रायपुर। सर्दी का मौसम शुरु हो गया और अब लोगों में सर्दी का असर में दिखने लगा है। बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों तक को सर्दी में काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। लेकिन आप कुछ बातों का ध्यान रख कर सर्दी में होने वाले तकलीफों से काफी हद से छुटकारा पा सकते हैं और सर्दी का आनंद ले सकते हैं। सर्दी में खासकर बच्चों का ज्यादा ख्याल रखने की जरुरत होती है, क्योंकि बच्चों के वजह उनके पैरेंट्स भी काफी परेशानियों से गुजरते हैं। सर्दी शुरु होते ही अस्पतालों में बच्चों को मौसमी बुखार, सर्दी, खांसी, जुकाम से इन्‍फेक्‍शन वाले रोगियों की संख्या बढ़ने की सम्भावना रहतीहै। बदलते मौसम के साथ बच्चों की बीमारी से घबराएं नहीं बल्कि विशेषज्ञ डाक्टर से परामर्श लें ताकि सही समय पर उचित इलाज मिल सके।


 

रोग प्रतिरोधक क्षमता सही रहेगी तो बच्चा किसी बीमारी के चपेट में नहीं आएगा, बच्चा अगर 6 महीने से कम का है तो मां का दूध ही पिलाएं, छोटे बच्चों को उचित आहार दें, समस्या होने पर चिकित्सकों की सलाह लें, 6 महीने से एक साल तक के बच्चे को पतला खाना खिलाएं जिसमें सादी खिचड़ी या आलू को मैश कर के खिलाएं। मौसम अनुरूप वस्त्र पहनाए। हाथ साफ रखें। मास्क लगाने के लिए बच्चों को प्रेरित करें। आसपास साफ सफाई रखें। कोशिश करें की घर को गर्म रखें। बच्चों को गर्म कपड़े जरुर पहना कर रखें। सर्दियों में तेल को हल्का गुनगुना कर बच्चे की मालिश करें | गर्म तेल के उपयोग से बच्चे की मांसपेशियां तो मज़बूत होंगी ही, साथ ही बच्चों का शरीर गर्म भी रहता है।


बच्चों के इम्यून सिस्टम पर विशेष ध्यान

इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरगांव में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डा. रश्मि अग्रवाल जैन ने बताया- ‘’मौसम में इन दिनों बदलाव आ रहा है। जिसके कारण ठंड बढ़ रही है। बदलता मौसम शरीर पर भी असर डालता है। विशेष रूप से ऐसे समय में बच्चों की सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। हल्की ठंडी हवा भी उन्हें नुकसान कर सकती है। अब कुछ दिनों से हल्की ठंड महसूस होने लगी है जिससे बच्चों में सर्दी-जुकाम, खांसी सहित अन्य मौसमी बीमारियां हो सकती हैं। बच्चों की त्वचा के साथ ही पूरा शरीर नाजुक होता है। हल्की हवा भी नुकसान कर देती है। इसलिए छोटे बच्चों को ऐसे मौसम में हवा के संपर्क में सीधा नहीं आने दें। इम्यून सिस्टम पर विशेष ध्यान रखें। उम्र और शरीर के हिसाब से खानपान भी होना चाहिए एवं घर का ही बना खाना खाएं तो बेहतर है।