गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को छत्तीसगढ़ के जेलों से 42 बंदियों को रिहा किया जाएगा। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। रिहा होने वाले बंदियों में दो ऐसी महिला बंदी भी शामिल हैं, जो 50 वर्ष से अधिक आयु की हैं और अपनी कुल सजा अवधि की 50 प्रतिशत सजा भुगत चुकी हैं।
आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस अमृतकाल को कार्यक्रमों की श्रृंखला के रूप में मनाया जाना प्रस्तावित है। इसी क्रम में एक विशेष पहल के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा बंदियों की कुछ श्रेणियों को विशेष माफी देने और 26 जनवरी और 15 अगस्त को उन्हें रिहा करना प्रस्तावित किया है। इसी के फलस्वरूप राज्यपाल अनुसुइया उइके ने इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया है।